हम जानते थे कि पायलट निकम्मा है; नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा, खाली लोगों को लड़वा रहा है
जयपुर. राजस्थान की सियासी उठापटक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। गहलोत ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए पायलट को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट ने बहुत गंदा खेल खेला है। पायलट पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूरा विश्वास था, लेकिन खरे नहीं उतरे। उन्हें (पायलट) कम उम्र में केंद्रीय मंत्री बनाया गया। राजस्थान में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उपमुख्यमंत्री का पद था। इतनी कम उम्र में ही उन्हें ऊचाइयों पर पहुंचा दिया।
गहलोत ने कहा कि 7 साल से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदलने की मांग नहीं उठी। किसी ने पायलट के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला। एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी कि किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है। खाली लोगों को लड़वा रहा है।
सरकार के खिलाफ साजिश चल रही है: गहलोत
‘हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी 50-50 लाख रुपए की फीस लेते हैं। पायलट कहां से दे रहे हैं? मैं पहले भी कहता रहा हूं कि साजिश चल रही है। किसी को यकीन नहीं होता था। पहले 10 मार्च को खेल होना था। 11 मार्च को इन्हें (पायलट) मानेसर जाना था। मुंबई मे कई बड़े कॉरपोरेट हाउस इन्हें फंडिंग कर रहे हैं।
‘पायलट जयपुर से छिपकर दिल्ली जाते थे। खुद गाड़ी चलाकर जाते थे। वही काम भाजपा के नेता भी कर रहे हैं। गुड़गांव में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। वहां सभी के मोबाइल ले लिए गए। उन्हें बंधक बना दिया। वहां के लोग नाई से फोन लेकर बात कर हैं, रो रहे हैं। कोई कह रहा है कि वेटर से फोन लेकर बात कर रहा हूं। इधर हमारे लोग तो फ्री हैं।
जिस तरह ये पूरा खेल खेला गया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वो भी नौजवान साथी हैं। उनसे उम्मीद थी कि कांग्रेस के एसेट्स साबित होंगे। उस आदमी ने गुड़गांव के होटल में बाउंसर लगा रखे हैं। किसी को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। इस तरह का खेल चल रहा है। इस बात का दुख है कि कोरोना काल में आप इस तरह की हरकत कर रहे हैं।