मध्य प्रदेश विधानसभा में 16 जुलाई से मानसून सत्र, एक सीट छोड़कर बैठेंगे विधायक
भोपाल । कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए 16 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में सदन में बैठक व्यवस्था परिवर्तित की जाएगी। इसके लिए विधायकों को एक सीट छोड़कर बैठाया जा सकता है। इसको लेकर मंगलवार को विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भाजपा व कांग्रेस विधायक दल के साथ बैठक की और सदन का जायजा भी लिया। बैठक व्यवस्था पर फैसला लेने के पहले एक बार और बैठक होने की संभावना है। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ. गोविंद सिंह को मंगलवार को चर्चा के लिए बुलाया था। प्रोटेम स्पीकर शर्मा और विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने भाजपा-कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतकों के साथ सदन के भीतर बैठक व्यवस्था का निरीक्षण किया।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि सदन में पर्याप्त स्थान है। सीटों के बीच एक स्थान छोड़कर विधायकों को बैठाया जा सकता है जिससे, शारीरिक दूरी के मापदंड का पालन हो सकता है। जिस स्थान को रिक्त रखा जाना है, उसे चिन्हित कर विधायकों के बीच पर्याप्त दूरी बनाई रखी जा सकती है। इनके निरीक्षण के बाद एक और बैठक हुई। इसमें यह सहमति बनी कि बैठक व्यवस्था को अंतिम रूप देने के पहले एक और बैठक होना चाहिए।
भाजपा-कांग्रेस विधायक दल के नेताओं के अलावा विधानसभा सचिवालय द्वारा बहुजन समाज पार्टी के विधायक दल के नेता संजीव कुशवाह से भी इस संबंध में बात की थी। प्रदेश विधानसभा के सदन में 320 विधायकों की बैठने की व्यवस्था है। छग़ विभाजन के बाद प्रदेश में विधायकों की संख्या 230 रह गई है। अभी सदन में मौजूदा सदस्य संख्या 206 है। 14 मंत्री ऐसे हैं जो विधायक नहीं हैं। इस तरह मानसून सत्र में सदन में 220 लोगों के बैठने का इंतजाम किया जाना है।