भोपाल अनलॉक-2 में पहली सख्ती:पुलिस का लोगों से सिर्फ एक सवाल- कहां जाना है? राजधानी की सड़कें सुनसान
राजधानी भोपाल में आज से 10 दिन का टोटल लॉकडाउन है। शनिवार को पहले दिन जगह-जगह पुलिस के चेकिंग पॉइंट और सख्ती देखी जा रही है। दुकानें और मार्केट बंद हैं। लोगों के सड़क पर निकलने पर पुलिस का एक ही सवाल रहा- कहां जा रहे हो? कुछ लोग पुलिस को देख वापस लौट गए। कुछ उनसे बहस करते भी नजर आए। हालांकि जरूरी सेवाओं और जरूरत पड़ने पर निकलने वाले लोगों को पूछताछ के बाद जाने दिया। इसके साथ अगले आदेश तक राजधानी में बैंक आम लोगों के लिए बंद रहेंगे। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल वासियों से कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सहयोग की अपील की है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बहनों से रक्षाबंधन का त्यौहार ई-राखी भेजकर मनाने का अनुरोध किया है।
बैंक आम लोगों के लिए बंद रहेंगे
लॉकडाउन की अविधि में बैक खुलेंगे और वहां 30 प्रतिशत स्टाफ के साथ काम होगा। लेकिन, पब्लिक डीलिंग नहीं होगी। केवल कार्यालय का काम किया जाएगा। एटीएम सेवाओं को जारी रखने के लिए संबंधित शाखा करेंसी चेस्ट, करेंसी चेस्ट वेन और आरबीआई का संबंधित विभाग प्रतिबंध से मुक्त रहेगा। इस सेवा में लगे कर्मचारियों को परिवहन के दौरान वैध आईडी अपने साथ रखना अनिवार्य होगा। अलग से पास लेने की जरूरत नहीं रहेगी।
सरकारी ऑफिस भी खुलेंगे
इधर, सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर कहा है कि राज्य स्तरीय दफ्तरों में अधिकारियों की 100 फीसदी उपस्थिति होगी। वहीं 30 फीसदी कर्मचारियों को ऑफिस आना होगा। राज्य स्तरीय कार्यालयों में वल्लभ भवन (मंत्रालय), सतपुड़ा भवन और अरेरा हिल्स के अन्य कार्यालय जो राज्य शासन के अधीन कार्य करते हैं।
इन पर लॉकडाउन का असर नहीं
पेट्रोल पंप, पोस्टल सेवाएं, एटीएम, एलपीजी सिलेंडर डिलीवरी, मेडिकल स्टाेर, सांची पार्लर, पीडीएस दुकानें, अस्पताल, इंडस्ट्री, शर्तों के साथ बैंक, ई-काॅमर्स गतिविधि आदि।
शिवराज बोले- यह फैसला जनता को बचाने का फैसला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना संक्रमण की चेन तोड़कर इसे पराजित करने में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह जनता को बचाने का फैसला है। फिलहाल, पार्टियां और समारोह आयोजित न हों। घरों में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता से रहते हुए संक्रमण की चेन को हर स्थिति में तोड़ा जाए। लॉकडाउन से अनलॉक की स्थिति में आने के बाद जुलाई माह में कोरोना के पॉजीटिव प्रकरण निरंतर बढ़े हैं, जो चिंता का विषय है।