भाजपा सरकार के 100 दिन; कांग्रेस ने काला दिवस बताया, ट्विटर अकाउंट ब्लैक किए, प्रदर्शन कर काले झंडे भी लहराए
भोपाल. प्रदेश के उपचुनाव के पहले सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर कांग्रेस ने इसे काला दिन बताते हुए प्रदर्शन किया। भोपाल समेत प्रदेशभर में काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने षडयंत्र कर चुनी गई सरकार को गिराया है। यह लोकतंत्र की हत्या है।
पूरे प्रदेश में इसे काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर कांग्रेस नेता धरना देकर विरोध दर्ज कराने पहुंचे। इसमें पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत कुछ बड़े नेता भी शामिल हुए। कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा सरकार की विफलताओं को भी जनता तक ले जाएंगे। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाए कि पूर्व सरकार के किसान कर्ज माफी से लेकर दूसरे फैसलों में मौजूदा सरकार अड़ंगा लगा रही है।
कमलनाथ बोले- चुनी हुई सरकार को गिराने के आज 100 दिन पूरे हो गए। सरकार गिराने के पीछे भाजपा की साजिश थी। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सांवेर में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में ये बात स्वीकार कर चुके हैं। भाजपा इसे अपनी उपलब्धि गिनाने में लगी है। हमने इसे लोकतंत्र की हत्या का काला दिवस मनाने का निर्णय लिया है। सभी जिला इकाइयों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। पार्टी के मंगलवार को हो रहे विरोध प्रदर्शन और धरना में पार्टी के विधायक, सांसद, पूर्व सांसद और कार्यकर्ता शामिल हए। विरोध प्रदर्शन में काले झंडे लहरा कर विरोध जताया।
पार्टी ने ट्विटर एकाउंट पर काली रंग कर पट्टी लगाई
इधर, कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर काली पट्टी लगाकर विरोध जताया है। पार्टी के ऑफिसल अकाउंट पर काली पट्टी पर लिखा है- 30 जून काला दिवस। इसमें भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल को बैकग्राउंड में बनाया गया है। इसके बाद सभी नेताओं ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- मध्यप्रदेश में लोकतंत्र की हत्या के 100 दिन।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा बोले-
भाजपा में आपस में मुख्यमंत्री बनने की लड़ाई चल रही है। सत्ता की लोलुपता इतनी है कि अपने प्रदेश के राज्यपाल का भी इंतजार नहीं कर रहे। वह ठीक होकर आ जाएं। किराए के राज्यपाल लेकर आ रहे हैं। जिस तरह से अलोकतांत्रिक तरीके से खरीद फरोख्त करके भाजपा ने सरकार बनाई। उसके विरोध में हम लोग काला दिवस मना रहे हैं। काले झंडे, काले बैनर और पानी गिरा तो काली छतरी लेकर विरोध करेंगे।