बिहार में सलमान खान, करण जौहर, एकता कपूर, संजय लीला पर आइपीसी की धारा 306 व 109 के तहत मुकदमा
मुजफ्फरपुर। Sushant Singh Rajput Death: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बिहार के मुजफ्फरपुर में एक वकील सुधीर कुमार ओझा ने सलमान खान व करण जौहर सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दाखिल किया है। यह मामला भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 306, 109, 504 और 506 के तहत दर्ज कराया गया है। कोर्ट ने इसकी सुनवाई के लिए तीन जुलाई की तारीख तय की है। मुकदमे के अन्य आरोपितों में बॉलीवुड की हस्तियां आदित्य चोपड़ा, शाजिद नाडियावाला,संजय लीला भंसाली, एकता कपूर, दिनेश विजया, टी-सीरीज के भूषण कुमार भी शामिल हैं। मुजफ्फरपुर में बाॅलीवुड से जुड़े लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का यह कोई पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी रवीना टंडन, अमिताभ बच्चन समेत कई बड़ी हस्तियों के खिलाफ मुकदमे दायर किए जा चुके हैं। अभी हाल में एकता कपूर के खिलाफ उनकी वेब सीरीज के लिए मुकदमा दायर किया गया था। उसकी सुनवाई अभी होनी है।
पिता ने की सीबीआइ जांच की मांग
विदित हो कि सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को मुंबई स्थित अपने फ्लैट में सुसाइड कर लिया था। इस मामले में बॉलीवुड स्टार सलमान खान सहित उक्त लोगों पर प्रताड़ना सहित अन्य आरोप लगाए जा रहे हैं। सुशांत के पिता ने इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है तो पटना में उनके आक्रोशित फैन सलमान खान व करन जौहर आदि की फिल्मों के बहिष्कार की बात कर रहे हैं। इस बीच मुजफ्फरपुर में यह मुकदमा दाखिल किया गया है।
मुकदमे में लगाए ये आरोप
दायर मुकदमे में परिवादी सुधीर कुमार आेझा ने आरोप लगाया गया है कि फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से सुसाइड से वे काफी मर्माहत है। समाचार माध्यमों से जानकारी मिली कि सुशांत के सुसाइड के पीछे आरोपितों की साजिश रही। फिल्मी दुनिया में सुशांत अभी नंबर एक पर चल रहे थे। उन्हें नीचा दिखाने के लिए आरोपित साजिश रच रहे थे। इन फिल्म निर्माता-निर्देशकों ने सुशांत का बहिष्कार कर रखा था। उनकी फिल्मों को रिलीज नहीं होने दे रहे थे। आरोपित नहीं चाह रहे थे कि बिहार का उभरता यह कलाकार उनको पीछे छोड़कर आगे निकल जाए। इस वजह से ऐसी स्थिति पैदा की गई कि सुशांत सिंह को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह बाहर से जाने वाले अन्य कलाकारों के साथ भी किया जाता है।
मजदूरी में कमीशन मांग रहा सहकारिता निरीक्षक रिश्वत लेते पकड़ाया
नरसिंहपुर। गाडरवारा में बुधवार को जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने गेहूं खरीदी में हम्मालों का भुगतान करने के एवज में रिश्वत मांगने वाले सहकारिता निरीक्षक को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि समिति प्रबंधक गाडरवारा मुलाम पटेल पिता सरदार सिंह पटेल उम्र 54 साल ने मामले में शिकायत की थी कि शैलेंद्र सिंह भाटी पिता चंद्रभान सिंह भाटी, सहकारिता निरीक्षक कार्यालय, उप-आयुक्त सहकारी संस्थाएं नरसिंहपुर द्वारा गेंहू खरीदी के दौरान हम्माली मजदूरी की राशि जो समिति प्रबंधक के द्वारा सेल्समैन को दी जाती है में कमीशन के रूप में 10 हजार की मांग की जा रही है।
शिकायत के बाद लोकायुक्त टीम गाडरवारा पहुंची और मंडी में रिश्वत की राशि लेते हुए सहकारिता निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया। कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक जेपी वर्मा के साथ निरीक्षक स्वप्निल दास, आरक्षक अमित गावडे, आरक्षक दिनेश दुबे, शरद पांडे आरक्षक, चालक राकेश विश्वकर्मा शामिल रहे।
इधर दस हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में 4 वर्ष की सजा सुनाई
अभियोजन के अनुसार नरसिंहपुर कंदेली निवासी मोहम्मद हुसैन पठान की ओर से 18 सितंबर 2017 को एसपी लोकायुक्त से शिकायत दर्ज कराई कि वह नरसिंहपुर विकास संदेश यात्रा के नाम से एनजीओ का पंजीयन कराना चाहता था। इसके लिए वह असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटीज में ऑडिटर कमलेश साकेत से मिला। ऑडिटर ने उससे 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। इसके पूर्व भी ऑडिटर ने तनवीर हुसैन फाउंडेशन के गठन के समय 12 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। लोकायुक्त की टीम ने 18 सितंबर 2017 को ऑडिटर कमलेश साकेत को उसके कार्यालय में मोहम्मद हुसैन पठान से 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। लोकायुक्त की ओर से विशेष लोक अभियोजक प्रशांत शुक्ला ने दलील दी कि प्रत्यक्षदर्शियों ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि ऑडिटर ने शिकायतकर्ता से रिश्वत ली थी। सुनवाई के बाद न्यायालय ने आरोपी को 4 साल की सजा और 7 हजार रुपए अर्थदंड से दंडित किया है।