आइसोलेशन वॉर्ड में मोबाइल बैन पर सियासत गरमाई , अखिलेश बोले- संक्रमण फैलता है तो पूरे देश में…
लखनऊ। रविवार, 24 मई 2020: महामारी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस मरीज़ों की कुल संख्या 1,31,868 हो गई है और जबकि इस वायरस से अब तक 3867 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6767 नए मामले सामने आए हैं और 147 लोगों की जान गई है। 24 घन्टे में सबसे ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
वहीं इस महामारी से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां एक के बाद एक राजनीति मुद्दों पर सियासत शुरू हो गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से शनिवार को जारी किए गए एक फैसले पर विपक्ष की समाजवादी पार्टी ने आपत्ति जताई है।
योगी सरकार ने शनिवार को अपने एक आदेश में कहा कि कोरोनावायरस के एल-2 और एल-3 अस्पतालों के आइसोलेशन वॉर्ड में अब मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इन वॉर्ड्स में मरीज अपने पास मोबाइल नहीं रख सकते। इसके पीछे की वजह बताई गई है कि मोबाइल से संक्रमण फैलता है। इस आदेश पर रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस आदेश के पीछे की मंशा जाननी चाही है। उन्होंने कहा कि अगर मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो इसे पूरे देश में बैन कर देना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार अपने अस्पतालों की दुर्दशा लोगों तक नहीं पहुंचने देना चाहती है, इसलिए यह पांबंदी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि संक्रमण का डर है तो सैनिटाइजेशन किया जाना चाहिए। मोबाइल बैन नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि अकेले में मरीजों के लिए यह एक मानसिक सहारा है।
वहीं सोशल मीडिया पर भी जनता ने इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। लोगों का कहना है कि मोबाइल को रोज डिस्इन्फेक्ट किया जा सकता है. इस फैसले से पहले ही आइसोलेशन में रह रहे मरीजों पर बुरा असर होगा। संकट के इस वक्त में वो अपने परिवार से कनेक्टेड रहना चाहते हैं लेकिन सरकार के इस फैसले से उनकी यह राहत भी छिन जाएगी।
आपको बता दें कि शनिवार की रात लखनऊ के चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक केके गुप्ता की ओर से एक आदेश जारी कर कहा किया कि कोरोनावायरस के मरीजों के लिए बनाए गए एल-2 और एल-3 अस्पतालों के आइसोलेशन वॉर्ड में अब मोबाइल प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसमें कहा गया है कि चूंकि से वायरस का संक्रमण फैलता है ऐसे में मरीज अब वॉर्ड में मोबाइल नहीं रख सकेंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 6 हजार को पार कर गया। अब यहां इस बीमारी के 6017 मरीज हैं। पिछले 5 दिन में 1000 से ज्यादा मरीज बढ़े हैं। 19 मई तक 4926 मामले थे। बीते 24 घंटे में 288 नए केस सामने आए। फिरोजाबाद, अलीगढ़ और बुलंदशहर में एक-एक मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा 155 हो गया। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी ऑफिसों में अब उपस्थिति 33% से बढ़ाकर 50% करने का आदेश जारी किया है।