अतिथि विद्वानों के हित में जल्द निर्णय ले सरकार
अतिथि विद्वान निरंतर प्रतिकूल प्राकृतिक एवं आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद धैर्य पूर्वक गांधीवादी तरीके से अपने आन्दोलन को इस मुकाम तक पहुंचाए।
इस आन्दोलन में बहुत सारी महिला अतिथि विद्वान अपने नौनिहाल बच्चों को लेकर पण्डाल में निरंतर आन्दोलन कर रही हैं। जिन्हें देखकर देखने वालो की आंखे छलक आती हैं। बस एक ही शब्द उनके मुह से निकलता है कि कमलनाथ जी को इतना बड़ा अन्याय अतिथि विद्वानों के साथ नही करना चाहिए।
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक डॉ. सुरजीत सिंह भदौरिया का कहना है कि हमारे सब्र की परीक्षा अब सरकार न ले। हम अपने मार्ग पर सही ढंग से चलकर इस मुकाम तक सब्र करते आ रहे हैं। अब आगे सब्र नही होगा। इसलिए हम सरकार माननीय कमलनाथ जी से यह यह निवेदन करते हैं कि अतिथि विद्वान आपसे ही अपेक्षा लगाएं हैं और उसे पूरा करने का समय अब आ गया। आपके आगमन की अपेक्षा मेंअतिथि विद्वान ।